अहमदाबाद। सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और पूर्व आईपीएस अफसरों आरबी श्रीकुमार एवं संजीव भट्ट के खिलाफ दर्ज मामले की तफ्तीश विशेष जांच दल (SIT) करेगा जिसके प्रमुख गुजरात के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के उपमहानिरीक्षक (डीजीआई) होंगे। सीतलवाड़, श्रीकुमार और भट्ट पर 2002 के गुजरात के सांप्रदायिक दंगों के सिलसिले में बेगुनाह लोगों को फंसाने के लिए सबूत गढ़कर कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग करने का आरोप है। - ATS DIG-led SIT to probe case against Teesta Setalvad and two ex-IPS officers booked for fabricating evidence id="ram"> पुनः संशोधित रविवार, 26 जून 2022 (22:42 IST) हमें फॉलो करें अहमदाबाद। सामाजिक
Gujarat riots case : BJP ने साधा तीस्ता सीतलवाड़ पर निशाना, कांग्रेस और सोनिया गांधी पर लगाया यह आरोप...
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उच्चतम न्यायालय की आलोचनात्मक टिप्पणियों का हवाला देकर शनिवार को सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ पर निशाना साधा। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी 2002 के गुजरात दंगों को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सीतलवाड़ के अभियान के पीछे प्रेरक शक्ति थीं। - BJP targets Teesta Setalvad in Gujarat riots case id="ram"> पुनः संशोधित रविवार, 26 जून 2022 (00:30 IST) हमें फॉलो करें नई दिल्ली। भारतीय जनता
जकिया जाफरी से जुड़ा संपूर्ण घटनाक्रम, मोदी को क्लीन चिट देने के SIT के फैसले को दी थी चुनौती
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने 2002 के गुजरात दंगा मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 64 लोगों को विशेष जांच दल (SIT) द्वारा क्लीन चिट दिए जाने को चुनौती देने वाली जकिया जाफरी की याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी। जकिया गुजरात दंगों में मारे गए कांग्रेस नेता अहसान जाफरी की पत्नी हैं। इस पूरे मामले से जुड़ा घटनाक्रम इस प्रकार है : - Entire events related to Zakia Jafri in Gujarat riots case id="ram"> पुनः संशोधित शुक्रवार, 24 जून 2022 (16:57 IST) हमें फॉलो करें नई दिल्ली। उच्चतम
गुजरात दंगे: मोदी को क्लीन चिट के खिलाफ जकिया जाफरी की याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज
सुप्रीम कोर्ट ने 2002 के गुजरात दंगे मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 64 लोगों को विशेष जांच दल (SIT) द्वारा क्लीन चिट दिए जाने को चुनौती देने वाली जकिया जाफरी की याचिका को खारिज कर दिया। जकिया गुजरात में 2002 के दंगों में मारे गए, कांग्रेस के सांसद एहसान जाफरी की पत्नी हैं। शीर्ष अदालत ने गुजरात उच्च न्यायालय के आदेश को बरकरार रखा - Gujarat Riots: Supreme Court Confirms Clean Chit To PM, Dismisses Appeal id="ram"> पुनः संशोधित शुक्रवार, 24 जून 2022 (12:01 IST) हमें फॉलो करें नई दिल्ली। सुप्रीम
गुजरात दंगे का पाठ NCERT 12वीं की किताब से हटाया, अटलजी की 'नसीहत' भी हटेगी
नई दिल्ली। एनसीईआरटी ने (NCERT) ‘पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत’ बनाने की प्रक्रिया के तहत 12वीं कक्षा की पाठ्यपुस्तकों से वर्ष 2002 के गुजरात दंगे, आपातकाल, शीतयुद्ध, नक्सल आंदोलन और मुगल दरबार की जानकारी देने वाले कुछ हिस्से हटा दिए हैं। - Text of Gujarat riots removed from NCERT 12th book id="ram"> पुनः संशोधित शुक्रवार, 17 जून 2022 (20:32 IST) हमें फॉलो करें नई दिल्ली। एनसीईआरटी ने
गुजरात दंगे: SIT ने सुप्रीम कोर्ट में उठाए याचिका पर सवाल
नई दिल्ली। गुजरात में 2002 के दंगों की जांच करने वाले विशेष जांच दल (SIT) ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि जकिया जाफरी द्वारा दायर याचिका के अलावा अन्य किसी ने भी उसकी जांच पर उंगली नहीं उठाई है। जकिया ने इस याचिका में राज्य में हिंसा के दौरान एक बड़ी साजिश का आरोप लगाते हुए प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित 64 व्यक्तिों को एसआईटी की क्लीन चिट को चुनौती दी है। id="ram"> पुनः संशोधित गुरुवार, 9 दिसंबर 2021 (15:32 IST) नई दिल्ली। गुजरात में 2002 के दंगों की
12 साल पहले धोनी और साक्षी ने आज ही रचाया था ब्याह, जानिए प्यार कैसे बंधा शादी के बंधन में
महेंद्र सिंह धोनी की साक्षी के साथ शादी ने 2010 में सबको चौiका दिया। दोनों 4 जुलाई को विवाह बंधन में बंध गए। यह पहली बार था जब धोनी के साथ साक्षी का नाम जुड़ा और हमेशा के लिए दोनों साथ हो गए। - MS Dhoni celebrates his wedding Anniversary with Sakshi Dhoni today id="ram"> Last Updated: सोमवार, 4 जुलाई 2022 (13:57 IST) हमें फॉलो करें महेंद्र सिंह धोनी की साक्षी के
गन्ने के कचरे से लिए जा सकेंगे अपराधियों के फिंगरप्रिंट्स, महज 50 रुपए आएगा खर्चा
जयपुर। पुलिस को किसी भी केस की जांच में दोषियों तक पहुंचने के लिए फिंगरप्रिंट्स की आवश्यकता मुख्य रूप से पड़ती है। घटनास्थल पर मिले फिंगरप्रिंट्स पुलिस को दोषी तक पहुंचाने में बहुत मदद करते हैं। लेकिन, फिंगरप्रिंट की जांच में इस्तेमाल होने वाले पाउडर का दाम बहुत ज्यादा होता है। केवल 10 ग्राम पाउडर के लिए 3850 रुपए चुकाने होते हैं। जयपुर के शोधकर्ताओं ने इस खर्च से निपटने का तरीका खोज निकाला है। उन्होंने गन्ने के कचरे से फिंगर प्रिंट लेने एक ऐसा तरीका खोजा है, जो बेहद किफायती और प्रभावशाली है। इस किट की कीमत मात्र 50 रुपए है। - Jaipur researchers make fingerprint inspection kit out of sugarcane fibers id="ram"> पुनः संशोधित सोमवार, 4 जुलाई 2022 (14:00 IST) हमें फॉलो करें जयपुर। पुलिस को किसी