Mark Zuckerberg ने बताया कि कैसे Meta Pay को मेटावर्स में डिजिटल आर्ट, कपड़े, वीडियो, म्यूजिक, वर्चुअल इवेंट्स, एक्सपीरियंस और दूसरी चीजों को बनाने या खरीदने में इस्तेमाल किया जा सकता है। Facebook Pay अब Meta Pay हो गया है। Meta CEO Mark Zuckerberg ने बुधवार को इस रीब्रांडिंग का अनाउंसमेंट करते हुए बताया कि
Facebook Pay अब Meta Pay हो गया है। Meta CEO Mark Zuckerberg ने बुधवार को इस रीब्रांडिंग का अनाउंसमेंट करते हुए बताया कि यह कंपनी के मेटावर्स विजन के लिए एक डिजिटल वॉलेट बनाने की तरफ “पहला कदम” है। Also Read - Facebook-Instagram से कमाई होगी आसान, Meta ने अनाउंस किए 5 नए फीचर्स
फिलहाल Meta Pay में नाम के सिवा और कोई बदलाव नहीं हुआ है। आप अभी भी इसकी मदद से पहले की तरह Facebook, Instagram और WhatsApp पर मौजूद अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को पैसे भेज सकते हैं और ऑनलाइन खरीदारी के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। मगर, मेटा सीईओ का कहना है कि आगे चलकर यह मेटावर्स के लिए एक यूनिवर्सल वॉलेट का काम करेगा। आइए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं। Also Read - Instagram Feed का बदल जाएगा लुक, Mark Zukerberg ने दिखाया प्रीव्यू
जकरबर्ग ने कहा कि कंपनी इस वक्त ऐसी चीज पर काम कर रही है, जो मेटावर्स की डिजिटल दुनिया में यूजर्स को उनकी आइडेंटिटी, डिजिटल आइटम्स और पेमेंट के तरीकों को मैनेज करने में मदद करेगी। Also Read - Facebook की पैरेंट कंपनी Meta की बढ़ी मुश्किल, दायर हुए 8 मुकदमे
अपने अनाउंसमेंट में सीईओ ने कहा कि ये एक ऐसा भविष्य देखते हैं जहां मेटावर्स में खरीदे हुए या बनाए हुए डिजिटल आइटम्स के लिए Meta Pay एक यूनिवर्सल वॉलेट की तरह काम करेगा। जकरबर्ग की फेसबुक पोस्ट मुख्यतः इस बात पर फोकस करती है कि कैसे कंपनी का मेटावर्स वॉलेट प्रूफ ऑफ डिजिटल ओनरशिप को स्थापित करेगा।
पोस्ट यह भी बताती है कि कैसे Meta Pay को मेटावर्स में डिजिटल आर्ट, कपड़े, वीडियो, म्यूजिक, वर्चुअल इवेंट्स, एक्सपीरियंस और दूसरी चीजों को बनाने या खरीदने में इस्तेमाल किया जा सकता है। इन्होंने कहा:
“प्रूफ ऑफ ओनरशिप (स्वामित्व का प्रमाण) महत्वपूर्ण होगा, खासकर अगर आप इनमें से कुछ चीजों को अलग-अलग सर्विसेज में अपने साथ ले जाना चाहते हैं। आदर्श रूप से, आपको किसी भी मेटावर्स अनुभव में साइन इन करने में सक्षम होना चाहिए और आपने जो कुछ भी खरीदा है वह वहीं होना चाहिए।”
जकरबर्ग ने आगे कहा कि यहां तक पहुंचने में अभी लंबी दूरी तय करनी होगी, लेकिन इस तरह की इंटरऑपरेबिलिटी क्रिएटर्स और सामान्य लोगों के लिए आसानियां पैदा करेगी। ये कहते हैं:
“जितने अधिक स्थान पर आप आसानी से अपने डिजिटल सामान का उपयोग कर पाएंगे, उसे आप उतना ही ज्यादा महत्व देंगे, जो रचनाकारों के लिए एक बड़ा बाजार बनाता है। आप जितनी आसानी से लेन-देन कर सकते हैं, रचनाकारों के लिए भी उतना ही बड़ा अवसर मिलना चाहिए। हम इसे बनाने की उम्मीद कर रहे हैं।”
Facebook Pay बन गया Meta Pay, मेटावर्स के डिजिटल वॉलेट का करेगा काम View Story