ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने पॉपुलर ई-कॉमर्स कंपनी Amazon के खिलाफ फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के तहत जांच शुरू की है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स (वाणिज्य मंत्रालय) के निर्देश और दिल्ली हाई कोर्ट की टिप्पणी के बाद ईडी ने अमेजन के खिलाफ यह जांच शुरू की है। ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने पॉपुलर ई-कॉमर्स कंपनी Amazon के खिलाफ फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA)
ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने पॉपुलर ई-कॉमर्स कंपनी Amazon के खिलाफ फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के तहत जांच शुरू की है। अमेजन पर Future Retail Limited के साथ डील में फेमा नियमों के उल्लंघन का आरोप है। ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। Also Read - 48MP कैमरा, 4520mAh बैटरी और 8GB RAM + 128GB स्टोरेज तक वाले Xiaomi Mi 11X 5G पर Discount, Amazon और Mi.com पर मिल रहा EMI व Exchange Offer
दरअसल, अमेजन ने Reliance Group द्वारा फ्यूचर रिटेल के अधिग्रहण को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है। हाल में सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने पाया कि तीन समझौतों के माध्यम से अमेजन ने सरकार की अनुमति के बिना फ्यूचर ग्रुप पर नियंत्रण हासिल करने का प्रयास किया है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स (वाणिज्य मंत्रालय) के निर्देश और दिल्ली हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद ईडी ने अमेजन के खिलाफ यह जांच शुरू की है। Also Read - 64MP कैमरा, 8GB RAM और 128GB स्टोरेज वाले Redmi Note 10 Pro पर तगड़ा Discount, EMI समेत कई Offer का उठा सकते हैं फायदा
Amazon India ने ED की जांच की जानकारी नहीं होने की बात कही है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि उन्हें अमेजन के खिलाफ ईडी के किसी नए के केस की जानकारी नहीं है। वहीं, रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि ईडी पूरे मामले की जांच करने की सोच रही है और अमेजन व अन्य हितधारकों से जानकारी मांगेगी। Also Read - 50MP+8MP+2MP+2MP कैमरे, 6000mAh बैटरी और 6GB RAM के साथ आया Redmi 10 Prime, Sale में मिलेगा Discount
फ्यूचर ग्रुप ने अगस्त में घोषणा की थी कि वह फ्यूचर रीटेल समेत अपनी 5 लिस्टेड कंपनियों की फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड में विलय कर रही है। इसके बाद रीटेल बिजनस को रिलायंस ग्रुप को ट्रांसफर किया जाएगा। इसके बाद अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप की इकाई फ्यूचर कूपंस लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी को आधार बनाकर फ्यूचर रिटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच हुए सौदे का विरोध किया।
इस मामले को लेकर अमेजन ने सिंगापुर इंटरनैशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (एसआईएसी) में याचिका दायर की। इसके बाद एसआईएसी ने आदेश दिया था कि उसका अंतिम फैसला आने तक फ्यूचर रिटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच सौदे को आगे नहीं बढ़ाया जाए। हाल में सेबी ने फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस के सौदे को मंजूरी दे दी है। वहीं, अमेजन ने दिल्ली हाई कोर्ट से अपील की है कि अदालत सिंगापुर इंटरनैशनल आर्बिट्रेशन सेंटर के फैसले को लागू करने का आदेश देते हुए फ्यूचर-रिलायंस सौदे पर रोक लगाए।
Amazon के खिलाफ ED ने शुरू की जांच, जानें क्या है मामला View Story